एटीएस टीम ने सिम धोखाधड़ी करने वाला आरोपी गिरफ्तार

एटीएस टीम को सफलता प्राप्त हुई है। अवैध टेलीफोन एक्सचेंज संचालित करने वाले क आरोपी को गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार अंतरराष्ट्रीय वीओआईपी (वीओआईपी) कॉल को स्थानीय कॉल में परिवर्तित कर सरकार को राजस्व का नुकसान पहुंचा रहा था।एटीएस वाराणसी और रानी की सराय थाने की पुलिस की संयुक्त पुलिस टीम ने मंगलवार को सिम धोखाधड़ी और अवैध टेलीफोन एक्सचेंज संचालित करने वाले एक आरोपी को रानी की सराय के कोटिल गांव स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया।आरोपी हस्सान अहमद रानी की सराय थाना क्षेत्र के कोटिला गांव का निवासी था। आरोपी हस्सान अहमद अंतरराष्ट्रीय वीओआईपी (वीओआईपी) कॉल को स्थानीय कॉल में परिवर्तित कर सरकार को राजस्व का नुकसान पहुंचा रहा था।पुलिस को सूचना मिली थी कि कोटिला गांव में सिम बॉक्स के जरिए अवैध टेलीफोन एक्सचेंज चलाया जा रहा है। इस सिस्टम के माध्यम से वीओआईपी कॉल को लोकल वॉयस कॉल में बदला जाता था, जिससे कॉल करने वाले की पहचान छिपी रहती थी और उसे ट्रेस करना मुश्किल हो जाता था।इस गतिविधि से भारत सरकार को बड़े पैमाने पर राजस्व की हानि हो रही थी। मंगलवार को दिन में करीब 11.50 बजे पुलिस ने हस्सान अहमद के घर पर छापेमारी की और उसके कब्जे से चार सिम बॉक्स, तीन मॉडम (चार्जर सहित), चार इथरनेट केबल, दो लैपटॉप (चार्जर सहित), चार कीपैड मोबाइल फोन, दो एंड्रॉयड मोबाइल फोन और 269 मोबाइल सिम कार्ड बरामद किए।शहजाद के निर्देश पर शुरु किया था धोखाधड़ी का कामएटीएस की पूछताछ में हस्सान ने बताया कि वह 2017 में मुंबई में शहजाद नामक व्यक्ति से मिला था। सितंबर 2023 में शहजाद ने डीटीडीसी कूरियर के जरिए सिम बॉक्स और सिम भेजे। शहजाद के निर्देश पर उसने सिम बॉक्स संचालित करना शुरू किया और समय-समय पर उसे पैसे यूपीआई के माध्यम से मिलते थे। सिम बॉक्स की आईपी, आईडी और पासवर्ड भी शहजाद की ओर से दिया गया था।मोबाइल पर बताने के बाद सिम बॉक्स चलाना शुरु कियाआरोपी हस्सान अहमद ने बताया कि शहजाद ने उसे मोबाइल पर फोन कर सिम बॉक्स चलाने की जानकारी दी। इसके बाद से वह अलग-अलग समय पर सिम बॉक्स चलाना शुरु किया था। इसके बाद शहजाद और सिम बॉक्स व सिम भेजता गया और वह उसके बताने के अनुसार चार सिम बॉक्स चला रहा था।बताया कि समय-समय पर शहजाद की ओर से अलग-अलग खातों से पैस यूपीआई के माध्यम से उसे पैसा भेजा जाता था। सिम बॉक्स संचालित करने के लिए शहजाद की ओर से उसे सिम बॉक्स की आईपी भेजी जाती थी।बताया कि सिम बॉक्स के माध्यम से फोन करने वाले व्यक्ति के बारे में किसी भी तरीके से पता नहीं किया जा सकता है कि काल किसने किया है, इस बात की जानकारी हमें थी और हम यह जानते थे कि इसी बात के लिए हमें एक्सट्रा पैसे मिलते है। ट्रेवल्स एजेंसी की आड़ में सिम बाॅक्स का करता था संचालनएटीएस की ओर से पकड़ा गया आरोपी अस्सान अहमद कोटिला गांव का निवासी है। वह दो भाई में सबसे बड़ा है। वह रानी की सराय के कोटिल बाजार में और मुंबई में ट्रेवल्स एजेंसी का संचालन करता था। वह ट्रेवल्स एजेंसी की आड़ में ही सिम बॉक्स का संचालन कर सरकार को चूना लगाने का काम करता था। जिले मेंं एटीएस आई थी। टेलीफोन एक्सचेंज मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। एटीएस के साथ ही रानी की सराय थाने की पुलिस भी थी। पकड़ा गया आरोपी हस्सान अहमद अंतरराष्ट्रीय वीओआईपी कॉल को स्थानीय कॉल में परिवर्तित कर सरकार को राजस्व का नुकसान पहुंचा रहा था।- हेमराज मीना, एसएसपी आजमगढ़।

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