संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने मंगलवार को सिविल सेवा परीक्षा 2024 का अंतिम परिणाम घोषित कर दिया। इसमें अभिनव शर्मा ने 130वीं रैंक प्राप्त की है। मूल रूप से बदायूं के निवासी अभिनव शर्मा बरेली के बदायूं रोड स्थित साउथ सिटी में रहते हैं। उनके पिता यूपी पुलिस में इंस्पेक्टर हैं। मूलरूप से बदायूं के दातागंज के गांव पढ़ेली के रहने वाले अभिनव शर्मा ने चौथे प्रयास में 130वीं रैंक प्राप्त कर आईपीएस बनने के अपने सपने को साकार किया है। वह बरेली के बदायूं रोड स्थित साउथ सिटी में माता शालिनी शर्मा के साथ रहकर तैयारी कर रहे थे। अभिनव ने बिना कोचिंग में यह सफलता हासिल की है। मंगलवार को रिजल्ट घोषित होने के बाद सोशल मीडिया के साथ ही उनके घर पहुंचकर उनको बधाई देने वालों का तांता लग गया।अभिनव शर्मा के पिता रमेश चंद्र शर्मा देहली गेट मेरठ में प्रभारी निरीक्षक के पद पर तैनात हैं। चाचा अवधेश कांस्टेबल हैं। हार न मानने व अपने सपने को सच करने के जज्बे के कारण ही अभिनव ने इस मुकाम को हासिल किया है। अभिनव ने बताया कि पिता की पोस्टिंग के कारण उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुरादाबाद से पूरी की। इसके बाद उन्होंने आईआईटी पटना से सिविल इंजीनियरिंग से बीटेक किया। पिता को पुलिस की वर्दी में देख अफसर बनने की ठानी उन्होंने बताया कि बचपन से ही पिता को पुलिस की वर्दी में देखने के कारण खुद को भी एक दिन इसी वर्दी में देखने का सपना देखा था। उन्होंने साल 2020 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद अपना सपना पूरा करने में जुट गए। उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू की। पहले प्रयास में वह प्री क्लियर नहीं कर सके। हार न मानते हुए उन्होंने दोबारा प्रयास शुरू किया और 2022 में साक्षात्कार तक पहुंचे। अभिनव ने साल 2023 में अपने तीसरे प्रयास में परीक्षा पास कर इंडियन पोस्टल सर्विस में जगह बनाई, लेकिन इससे भी उनका मन नहीं माना। उन्होंने आईपीएस बनने के अपने सपने को सच करने के लिए दोबारा प्रयास किया। सिविल सेवा परीक्षा 2024 में उन्होंने 130वीं रैंक प्राप्त की। अभिनव ने बिना कोचिंग के परीक्षा की तैयारी की। उन्होंने बताया कि दो बार असफल होने के बाद आईपीएस बनने के सपने को छोड़ने का भी मन किया, लेकिन फिर प्रयास कर खुद को साबित करने की जिद ने आखिरकार जीत दिला दी।