सदर तहसील पर माहौल उस समय गर्म हो गया जब भाजयुमों जिलाध्यक्ष और एसडीएम के बीच ठन गई। विवाद इतना बढ़ गया कि भाजयुमो नेता ने कुर्ता उतार किया। आरोप है कि इसके बाद प्रशासनिक टीम नेताजी के कार्यालय पर पहुंच गई। भाजपा की ओर से डीएम के यहां शिकायत की गई और कार्रवाई की मांग की गई।
एसडीएम सदर सुनील कुमार धनवंता और भाजयुमो जिलाध्यक्ष निखिल राय के बीच बुधवार को ठन गई। मामला इतना बढ़ गया कि भाजयुमो जिलाध्यक्ष ने अपना कुर्ता उतार दिया और प्रदर्शन करने लगे। मामला डीएम के पास पहुंचा तो भाजयुमो जिलाध्यक्ष बिना कपड़ा पहने ही समर्थकों के साथ डीएम कार्यालय पहुंच गए और ज्ञापन सौंपकर एसडीएम सदर के खिलाफ कार्रवाई की मांग रख दी।
एसडीएम सदर सुनील कुमार धनवंता की कार्यशैली से नाराज अधिवक्ता लगभग चार महीने से उनकी कोर्ट का बहिष्कार कर रहे हैं। अभी चार दिन पहले ही भाजपा नेता जनार्दन सिंह गौतम और लेखपाल के बीच विवाद हुआ था। इसके बाद भाजपा नेता के गेट पर गड्ढा खोदवा दिया गया था। यह मामला अभी शांत नहीं हुआ था कि बुधवार को भाजयुमो जिलाध्यक्ष निखिल राय के साथ उनका विवाद हो गया।
यह विवाद इतना बढ़ गया कि निखिल राय ने अपना कुर्ता उतारकर तहसील परिसर में प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि एसडीएम ने उनका कपड़ा उतरवाने की धमकी दी थी। जब इसकी जानकारी डीएम नवनीत सिंह चहल को हुई तो उन्होंने भाजयुमो जिलाध्यक्ष को अपने ऑफिस बुलाया। इस पर भाजयुमो जिलाध्यक्ष बिना कपड़ों के ही कलेक्ट्रेट पहुंच गए और डीएम को ज्ञापन सौंपकर एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
हमारे गांव में नवीन परती की जमीन है। इस जमीन पर हमारा कार्यालय बना है। जानकारी होने पर मैंने एसडीएम से बात की और कहा कि उसके बदले में वह हमारी जमीन ले लें। इसके लिए वह तैयार भी हो गए। इसी बीच भाजपा नेता जनार्दन सिंह गौतम से विवाद के बाद जब हमने सोशल मीडिया पर इनकी तानाशाही के बारे में लिखा तो राजस्व कर्मी पहुंचकर जमीन की मापी करने लगे।
हमने एसडीएम से बात की और इनसे मिलने के लिए ऑफिस पहुंचे तो हमारे साथ गए लोगों को लोगों को एसडीएम ने बाहर निकाल दिया। इसके बाद कपड़ा उतरवाने और नेतागिरी भुलवाने की धमकी देने लगे। – निखिल राय, जिलाध्यक्ष भाजयुमो।
आरोप पूरी तरह से झूठे हैं। इन्होंने नवीन परती भूमि पर कब्जा किया है। नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।- सुनील कुमार धनवंता, एसडीएम सदर व ज्वाइंट मजिस्ट्रेट।