कृष्ण चंद्र ने आंगनबाड़ी पद पर भर्ती कराने के नाम पर एक महिला से रिश्वत ली थी। इसका वीडियो वायरल हुआ। डीएम ने मामले की जांच कराई। जांच में आरोपी सही पाए जाने पर सीडीपीओ के निलंबन की संस्तुति की गई थी। बरेली में बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) कृष्ण चंद्र को शासन ने बुधवार शाम को निलंबित कर दिया। सीडीपीओ का रुपये लेते हुए वीडियो और शिकायतीपत्र मिलने पर डीएम ने मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) से इसकी जांच कराई। प्रारंभिक जांच में आरोप पुष्ट होने पर सीडीओ ने सीडीपीओ के निलंबन की संस्तुति करते हुए अपनी रिपोर्ट शासन को भेजी थी।जिले में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के 301 पदों पर चयनित अभ्यर्थियों की लिस्ट जारी होने के बाद प्रक्रिया पर सवाल उठने लगे थे। अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक पर आरोप लगाते हुए शिकायतें हुईं। पहले अधिकारियों ने चयन प्रक्रिया को सही बताते हुए पल्ला झाड़ लिया था। इसी बीच में सीडीपीओ कृष्ण चंद्र का आंगनबाड़ी पद पर भर्ती कराने के नाम पर रुपये लेने का मामला डीएम रविंद्र कुमार के पास आया। डीएम ने सीडीओ जगप्रवेश को जांच सौंपी।सीडीपीओ ने मांगी थी रिश्वत सीडीओ के मुताबिक, सीडीपीओ कृष्ण चंद्र ने आंगनबाड़ी पद पर चयन करने के लिए रुपये की मांग की थी। 1.65 लाख रुपये में मामला तय हुआ। एक कार में आवेदक वीरवती द्वारा यह धनराशि दे भी दी गई। इसी बीच दूसरी अभ्यर्थी आशा ने सीडीपीओ को ढ़ाई लाख देने की बात कही। ऐसे में सीडीपीओ ने वीरवती के आवेदन में जान-बूझकर त्रुटि करा दी। इससे वीरवती का आवेदन निरस्त हो गया। ज्यादा रुपये देने वाली आवेदक का इस पद पर चयन हो गया। सीडीओ ने अपनी रिपोर्ट में सीडीपीओ को दोषी पाते हुए निलंबन की संस्तुति की। डीएम ने निदेशक बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग को पत्र भेजा। इसके बाद निदेशक ने सीडीपीओ निलंबित कर दिया है।उप निदेशक मुख्यालय बने जांच अधिकारीसीडीपीओ कृष्ण चंद्र को निलंबित करते हुए निदेशक ने उनको जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय शाहजहांपुर से संबद्ध कर दिया है। साथ ही, आरोपों की जांच के लिए उप निदेशक मुख्यालय को जांच अधिकारी नामित किया है। डीएम रविंद्र कुमार ने बताया कि जनसुनवाई के दौरान शिकायत मिली थी। इसकी जांच कराई गई तो आरोप सही पाए गए। इसके बाद आरोपी अधिकारी के निलंबन की संस्तुति कर जांच रिपोर्ट बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार निदेशालय को भेज दी गई। वहां से अब निलंबन की कार्रवाई करते हुए विभागीय जांच भी शुरू करा दी गई है।