सिपाही और उसकी प्रेमिका ने धर्म की बेड़िया तोड़ रचाई शादी

दूसरे समुदाय की प्रेमिका संग सिपाही की शादी की चर्चा सोमवार को दिनभर लोगों की जुबां पर रही। छह माह में दोनों समुदाय के रीति रिवाज संग हुई इस अनोखी शादी को किसी ने इश्क को अंजाम तक पहुंचाने की जिद बताया तो किसी ने मजबूरी भरा फैसला कहा।अमरोहा जिले में अजब प्रेम की गजब कहानी सामने आई है। इश्क को अंजाम तक ले जाने की जिद ने अमरोहा में अजब प्रेम की गजब कहानी लिख डाली। इसमें दो समुदाय के धर्मों से जुड़े रीति-रिवाज का भी बेजोड़ संगम दिखाई दिया। एक-दूसरे को पाने की चाहत में सिपाही और उसकी प्रेमिका ने धर्म की बेड़ियों को भी तोड़ डाला।दोनों ने अपने नाम बदल लिए। पहले प्यार पाने को मरियम हिंदू बन गई और दिसंबर 2024 को आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली। अब सिपाही मुस्लिम बन गया और 13 अप्रैल को उसने प्रेमिका से निकाह कर लिया। दूसरे समुदाय की प्रेमिका संग सिपाही की शादी की चर्चा सोमवार को दिनभर लोगों की जुबां पर रही। छह माह में दोनों समुदाय के रीति रिवाज संग हुई इस अनोखी शादी को किसी ने इश्क को अंजाम तक पहुंचाने की जिद बताया तो किसी ने मजबूरी भरा फैसला कहा।दरअसल, मूलरूप से मथुरा जनपद का रहने वाला एक सिपाही 2024 में डिडौली कोतवाली की जोया चौकी पर तैनात था। सिपाही ने जोया रोड स्थित एक गांव निवासी दूसरे समुदाय की छात्रा को प्रेमजाल में फंसा लिया था। वह जोया स्थित एक डिग्री कॉलेज में बीए प्रथम वर्ष की छात्रा थी। रोजाना दोनों की मुलाकात होती थी। छात्रा का आरोप था कि सिपाही ने शादी का झांसा देकर उसके साथ संबंध बनाए थे। साथ ही उससे उसके समुदाय से जुड़ी रस्मों को अपनाते हुए शादी करने की बात कही थी। लेकिन, बाद में सिपाही ने शादी करने से मना कर दिया था।इस पर छात्रा ने डिडौली कोतवाली में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की थी। सिपाही पर दुष्कर्म का आरोप लगने के बाद तत्कालीन एसपी कुंवर अनुपम सिंह ने मामले की जांच कराई थी। जांच में दोषी पाए जाने पर एसपी ने सिपाही को निलंबित कर दिया था। हालांकि, जनवरी में बहाल होने के बाद से सिपाही पुलिस लाइन में तैनात है। सिपाही ने छात्रा के परिजनों को समझाकर कर शादी करने का वादा कर लिया था। इसके चलते मामले में कार्रवाई रोक दी गई थी।लड़की के परिजनों ने अपने रीति रिवाज से शादी करने की भी रखी थी शर्तदिसंबर 2024 में छात्रा ने शपथपत्र देते हुए अपना नाम बदलकर प्रेमी सिपाही से हिंदू रीति रिवाज के मुताबिक आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली थी। लेकिन, प्रेमिका के परिजनों ने उस वक्त बेटी की विदाई करने से मना कर दिया था। शर्त रखी थी कि बिरादरी में बदनामी होगी, लिहाजा तुम्हें हमारे रीति रिवाज से भी शादी करनी होगी। इसका दिन व तारीख हम तय करेंगे, तुम बाकयदा सेहरा बांधकर हमारे घर बरात लेकर आओगे। दावत होगी। रिश्तेदार जुटेंगे। सबके सामने इज्जत से बेटी की विदाई होगी। इसके लिए तुम्हें अपना नाम बदलना होगा। इश्क को अंजाम तक पहुंचाने की जिद ठान चुके सिपाही ने भी कह दिया कि जब आपने मेरी शर्ते मानी हैं तो मुझे भी एतराज नहीं है।प्रेमिका के कहने पर रेहान बना, पहुंचा बरात लेकरहिंदू रीति रिवाज से पत्नी बन चुकी प्रेमिका के कहने पर सिपाही ने भी अपना नाम बदलकर रेहान कर लिया और रविवार को सेहरा बांधकर परिजनों के साथ ससुराल पहुंचकर निकाह कर लिया। दूल्हा और दुल्हन ने अपना नाम बदलकर रचाई इस अनोखी शादी को लेकर लोग हैरत में हैं। इस अजब-गजब प्रेम कहानी का किस्से सोमवार को हर किसी की जुबां पर रहे।पहचान छिपाने के लिए दोनों के नाम काल्पनिक लिखे गए हैं।

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