यूपी में एक और डिजिटल अरेस्ट में ठगी का मामला सामने आया है। एक योग शिक्षकों को जालसाजों ने मुंबई पुलिस का इंस्पेक्टर बनकर ठग लियागोमतीनगर के सेवानिवृत्त डॉक्टर बीएन सिंह के बाद साइबर ठगों ने नेशनल होम्योपैथिक कॉलेज की योग शिक्षक शोभा रानी को डिजिटल अरेस्ट कर आठ लाख रुपये ऐंठ लिए। इंदिरानगर सेक्टर-12 स्थित सूर्या एन्क्लेव निवासी शोभा रानी के अनुसार, आरोपी ने खुद को मुंबई पुलिस का इंस्पेक्टर बताकर झांसे में लिया। फिर जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनका नाम आने की बात कहकर उन्हें 24 घंटे डिजिटल अरेस्ट रखकर रकम वसूल ली। उन्होंने शुक्रवार को साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज कराया है।शोभा रानी ने बताया कि आठ अप्रैल की सुबह 9:45 बजे व्हाट्सएप वीडियो कॉल आई थी। फोनकर्ता के पीछे मुंबई का कोलाबा पुलिस स्टेशन दिख रहा था। फोनकर्ता ने अपना परिचय सब इंस्पेक्टर अजय भास्कर के रूप में दिया। उसने बताया कि शोभा रानी का नाम नरेश गोयल मनी लॉन्ड्रिंग केस में आया है। यह सुनकर वह घबरा गईं। जालसाज ने बोला कि आपका केनरा बैंक में खाता है। इसका इस्तेमाल अवैध लेनदेन में हुआ है। इसे नकारने पर जालसाज ने तेज आवाज में कहा कि उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज है। कार्रवाई होनी तय है। आपके व्हाट्सएप पर नंबर भेजा है। बात कर लीजिए। सादे कपड़ों में पुलिस आपके पीछे लगी है, आप सर्विलांस पर हैं।अरेस्ट वारंट भेजा, जेल की बात से डर गईं पीड़िताजालसाज ने सुप्रीम कोर्ट की गोपनीयता बताते हुए छह पन्नों का पत्र भेजा। कहा कि आपके नाम अरेस्ट वारंट है। लिहाजा आपको अरेस्ट कर पूछताछ की जाएगी। गिरफ्तारी से बचना है तो जांच में सहयोग करना होगा। आपके खाते में जमा रुपयों की जांच होगी। इस दौरान आप वीडियो कॉल पर बनी रहेंगी। अगर किसी को कुछ बताया तो आपको व परिवार को जेल भेजना पड़ेगा।धमकाकर तीन एफडी तुड़वाईंशोभा रानी ने बताया कि लगातार 24 घंटे तक उन्हें डराया धमकाया गया। फिर नौ अप्रैल की सुबह बैंक जाकर रुपये ट्रांसफर करने के लिए कहा। पीड़िता ने बैंक ऑफ बड़ौदा की तीन एफडी तोड़कर ठग के बताए खाते में आठ लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद फोन कट गया। दोबारा संपर्क न होने पर ठगी का अहसास हुआ।डिजिटल अरेस्ट से ऐसे बचेंअगर आपके पास अनजान नंबर से काॅल आए तो सावधान हो जाएं। कॉल करने वाला शख्स यह कहता है कि आपके नाम से बुक पार्सल को कस्टम विभाग ने पकड़ा है। केस दर्ज कर कर कार्रवाई की जा रही है…तो तुरंत सतर्क हो जाएं। ये कॉल साइबर ठग की होती है। तत्काल पुलिस से शिकायत करें।यहां करें शिकायतयदि आप ठगी का शिकार होते हैं तो साइबर क्राइम थाने, साइबर सेल, लोकल पुलिस स्टेशन, टोल फ्री नंबर 1930 या www.cybercrime.gov.in वेबसाइट के जरिये शिकायत दर्ज करा सकते हैं।ये भी हो चुके हैं शिकार- हुसैनगंज के छितवापुर निवासी अलका मिश्रा को पांच दिन डिजिटल अरेस्ट में रखा और दस लाख रुपये वसूले।- इंदिरानगर के लक्ष्मणपुरी विस्तार निवासी निजी कॉलेज की प्रोफेसर प्रमिला मानसिंह से 78.50 लाख रुपये ऐंठे गए।- कनाडा की रहने वाली सुमन कक्कड़ व उनकी बहन से 1.88 करोड़ ठगे गए थे।- ऐशबाग निवासी सरकारी बैंक के पूर्व कर्मचारी प्रभात कुमार से 1.20 करोड़ वसूले थे।- पीजीआई की डॉ. रुचिका टंडन से 2.81 करोड़ ऐंठे थे।- हजरतगंज के अशोक मार्ग पर रहने वाले डॉ. पंकज रस्तोगी की पत्नी दीपा से 2.71 करोड़ की ठगी हुई थी।- हजरतगंज निवासी मरीन इंजीनियर एके सिंह से 84 लाख रुपये वसूले थे।- ठाकुरगंज के पंचायती राज विभाग से रिटायर कमलकांत मिश्रा से 17.50 लाख रुपये ऐंठे थे।