राणा सांगा को लेकर संसद में दिए गए बयान के बाद सपा से राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं। सांसद की टिप्पणी के विरोध में फिरोजाबाद की कोर्ट में परिवाद दायर किया गया।
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा (भारत) के राष्ट्रीय सचिव दलवीर सिंह तोमर ने सपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन की संसद में राणा सांगा पर विवादित टिप्पणी के विरोध में बुधवार को अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम (एमपीएमएलए कोर्ट) में परिवाद दायर किया है। कोर्ट ने बयान दर्ज के लिए 22 अप्रैल की तिथि तय की है।
सपा सांसद रामजीलाल सुमन के विवादित बयान के बाद क्षत्रिय समाज में आक्रोश है। दलवीर सिंह ने कहा कि सांसद के खिलाफ अभियोग दर्ज कराने थाने गया, लेकिन वहां रिपोर्ट नहीं लिखी गई। 24 मार्च को भी एसएसपी कार्यालय शिकायत भेजने पर कार्रवाई नहीं होने पर न्यायालय की शरण ली है।
राणा सांगा पर राज्यसभा में ये कहा
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व सांसद रामजी लाल सुमन के शुक्रवार को राज्यसभा में राणा सांगा को गद्दार कहने पर हंगामा हो गया। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोगों का तकिया कलाम हो गया है कि मुसलमानों में बाबर का डीएनए है। आखिर, बाबर को लाया कौन। इब्राहिम लोधी को हराने के लिए बाबर को राणा सांगा हिंदुस्तान में लाया था। अगर मुसलमान बाबर की औलाद हैं तो फिर तुम गद्दार राणा सांगा की औलाद हो। सुमन शुक्रवार को राज्यसभा में गृह मंत्रालय के कामकाज की समीक्षा पर बोल रहे थे।