यूपीएस के विरोध में एक अप्रैल को कर्मचारी मनाएंगे काला दिवस

यूपी में नेशनल मूवमेंट फ़ॉर ओल्ड पेंशन स्कीम का विरोध बढ़ता जा रहा है। प्रदेश के शिक्षक और कर्मचारी एक अप्रैल को पूरे प्रदेश में काला दिवस मनाएंगे। नेशनल मूवमेंट फ़ॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (एनएमओपीएस) के आह्वान पर एक अप्रैल को यूपीएस के विरोध में पूरे देश में शिक्षक-कर्मचारी काला दिवस मनाएंगे। शिक्षक-कर्मचारी काली पट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराएंगे। साथ ही सरकार से एनपीएस व यूपीएस को समाप्त कर पुरानी पेंशन बहाली की मांग करेगा। बुधवार को बैठक कर कर्मचारियों ने इसकी रणनीति बनाई।बैठक में एनएमओपीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने कहा कि 1 अप्रैल 2025 से केंद्र सरकार ने केंद्र की नौकरियों में यूपीएस लागू करने का निर्णय लिया है। इस निर्णय का पूरे देश का शिक्षक व कर्मचारी विरोध कर रहा है। प्रदेश में अटेवा के बैनर तले प्रदेश का शिक्षक-कर्मचारी काली पट्टी बांधकर काम करेंगे। सरकार से पुरानी पेंशन बहाली की मांग करेंगे।साथ ही जिलाधिकारी को एनपीएस व यूपीएस को समाप्त करने का ज्ञापन भी देंगे। कैंट स्थित कार्यालय में हुई बैठक में यह भी तय किया गया कि एक मई को जंतर-मंतर दिल्ली में भी कर्मचारी व्यापक विरोध-प्रदर्शन करेंगे। बैठक में सभी कर्मचारी संगठनों ने भाग लिया। सभी ने एक स्वर में यूपीएस को हटाकर पुरानी पेंशन बहाली की मांग की। अटेवा के प्रदेश महामंत्री डॉ. नीरजपति त्रिपाठी ने कहा कि सरकार देश के अर्द्धसैनिक बलों की पुरानी पेंशन बहाल कर उनके बुढ़ापे की लाठी को मजबूत करें।बैठक में स्वास्थ्य कर्मचारी महासंघ के महामंत्री अशोक कुमार, पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी एसोसिएशन के महामंत्री रामेंद्र श्रीवास्तव, सिंचाई विभाग के नरेंद्र कुमार व अमित यादव, लुऑक्टा के अध्यक्ष डॉ. मनोज पांडेय, अटेवा के डॉ. राजेश कुमार, आल इंडिया रेलवे ट्रैकमैन यूनियन के अजय सरोज व राकेश चंद्र वर्मा, हरिशंकर राठौर, विक्रमादित्य मौर्य, संगीता देवी आदि उपस्थित थे।

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